नैनीताल | मां नयना देवी मंदिर में श्रीमद् देवी भागवत कथा का छठा दिन मनाया गया। श्री मां नयना देवी स्थापना दिवस के अवसर पर श्री मां नयना देवी अमर उदय ट्रस्ट नैनीताल द्वारा 7 से 15 जून 2024 तक आयोजित नौ दिवसीय कथा के छठे दिन की शुरुआत आचार्य नरेंद्र पांडे, कैलाश चंद्र लोहनी और ललित जोशी द्वारा सभी देवी-देवताओं की पूजा से हुई। इस दिन के मुख्य यजमान मनोज चौधरी और श्रीमती देवन चौधरी थे।
व्यास पंडित मनोज कृष्ण जोशी ने कथा आरंभ करते हुए आयोजकों, श्रद्धालुओं और श्रोताओं का अभिनंदन किया। श्रीमद् देवी भागवत ग्रंथ और पुराणों को प्रणाम करने के बाद उन्होंने स्थान की अधिष्ठात्री मां नयना देवी को नमन किया तथा भगवान हनुमान से सुनने की प्रार्थना की। मंगलाचरण के बाद उन्होंने भजनों से माता का आह्वान किया।
व्यास जी ने कृष्ण कथा से शुरुआत की और योग माया के अवतरण एवं कंस के उद्धार का वर्णन किया। उन्होंने मां के प्रेम की व्याख्या करते हुए कहा कि मां का प्यार कभी पुराना नहीं होता। गोपियों द्वारा कात्यायनी के दरबार में जाकर कृष्ण को पाने और मां जानकी द्वारा श्री राम के लिए मां गौरी के मंदिर जाने का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अपने इष्ट के साथ-साथ शक्ति की भी आराधना करनी चाहिए।
इसके बाद व्यास जी ने महिषासुर कथा का वर्णन किया, कुमाऊँ भाषा में कुछ अंश सुनाए और कर्ण की दानवीरता का वर्णन किया। उन्होंने दान और दक्षिणा का महत्व समझाया। फिर मां के प्रकटीकरण, रक्तबीज और शुंभ-निशुंभ का वध का वर्णन किया। उन्होंने कर्म समझने के लिए गीता का ज्ञान होना आवश्यक बताया और भोग के विषय में महत्वपूर्ण जानकारी दी।
कल सप्तम दिवस की कथा शाम 3 से 6 बजे तक होगी। इस अवसर पर ट्रस्ट के अध्यक्ष, सदस्य और आचार्य उपस्थित रहेंगे। सभी श्रद्धालु भक्तजनों से इस महायज्ञ में शामिल होने का आग्रह किया गया है। मां नयना देवी से सभी के मनोरथ पूर्ण करने की कामना की गई।