नई दिल्ली। भारतीय सेना के तीनों अंगों के प्रमुखों ने रविवार देर शाम प्रेस कांफ्रेंस कर ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पूरा विवरण साझा करते हुए पाकिस्तान को चेताया कि अगर अब सीजफायर का उल्लंघन किया तो तगड़े जवाब के लिए तैयार रहना होगा।

डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशन लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल एएन प्रमोद और एयर मार्शल अवधेश कुमार भारती ने ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देते बताया कि हालात अभी युद्ध के ही हैं।
लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि पहलगाम अटैक में जिस क्रूरता से 26 लोगों को मारा गया, उसके बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीआके स्थित आतंकी ठिकानों को टारगेट किया। इसमें दुश्मनों को भारी नुकसान हुआ। ऑपरेशन सिंदूर के तहत 7 मई को हुई कार्रवाई में सीमा पार 9 ठिकानों पर हमने 100 आतंकवादी मार गिराए।
इसमें कंधार हाईजैक और पुलवामा अटैक में शामिल 3 बड़े आतंकी चेहरे भी शामिल थे। इसके बाद पाकिस्तान ने ड्रोन और मिसाइल्स से हमारे बॉर्डर स्टेट्स में स्थित सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की। हमनें उन्हें हवा में ही मार गिराया। एक भी टारगेट सक्सेस नहीं होने दिया। पाकिस्तान को जवाब देते हुए सख्त कार्रवाई की, जिसमें पाकिस्तानी सेना के 35 से 40 सैनिक और अफसर मारे गए। पाकिस्तानी सेना की गोलीबारी में हमारे 5 जवान शहीद हुए हैं।
सेना ने कहा, पाकिस्तान आर्मी और एयरफोर्स ने हमारी सीमा में घुसपैठ नहीं की। हमने जो टारगेट चुना, उसे जितना नुकसान पहुंचाने की योजना थी, उतना पहुंचाया। हमारा काम टारगेट हिट करना था, ये देखना नहीं कि कितने मारे गए।
एयरमार्शल भारती ने बताया, 10 मई को पाकिस्तानी डीजीएमओ ने दोपहर 3.30 बजे कॉल की थी जिसमें तय हुआ कि 7 बजे के बाद से कोई हमला नहीं होगा। अगली बातचीत 12 मई को होगी। कुछ ही घंटों बाद ही उन्होंने संघर्ष विराम तोड़ा। ड्रोन अटैक किया और फायरिंग की।
यूं हुआ बहावलपुर आतंकी कैंप पर मिसाइल अटैक
एयरमार्शल भारती ने बताया, जम्मू, उधमपुर, पठानकोट, नाल, डलहौजी, फलौदी में इन्होंने हमला किया। हम तैयार थे, हमारे ट्रेंड क्रू ने एयर डिफेंस सिस्टम से तबाह कर दिया। हमारी जमीन पर उनके लगातार हमलों से कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
उनके लगातार एयरबेस और पोस्ट पर हमले के बाद हमने उन्हें जवाब दिया। हमने वहां हमला किया, जहां उन्हें सबसे ज्यादा दर्द हो। हमने उनके एयरबेस कमांड सिस्टम, मिलिट्री एयरबेस को हमला किया। चकलाला, रफीकी, रहरयार खान में हमला किया।
हमने उन्हें कहा कि आक्रामकता को माफ नहीं किया जाएगा। हमारे पास उनके हर बेस पर हर सिस्टम को निशाना बनाने की क्षमता है। हम चाहते हैं कि हमारे शत्रु आगे तनाव बढ़ाने की कोशिश ना करें। ले. जन. राजीव घई ने कहा, 9-10 मई की रात को ड्रोन और एयरक्राफ्ट से उन्होंने फिर हमला किया।
एयरफील्ड और जरूरी इंस्टॉलेशन को निशाना बनाने की कोशिश की और एयरफोर्स-आर्मी एयर डिफेंस ने उनकी कोशिशों को नाकाम किया।
उनके मिलिट्री ठिकानों को तबाह किया
एयरमार्शल भारती ने कहा, 8-9 मई की रात श्रीनगर से नलिया तक ड्रोन और एयरक्राफ्ट से हमला हुआ। उन्होंने जो टारगेट चुने थे उन्हें कोई नुकसान नहीं पहुंचा। मिलिट्री या सिविलियन इन्फ्रास्ट्रक्चर पर नुकसान नहीं हुआ। वे लड़ाई चाहते थे और हम तैयार थे। हमने उनके मिलिट्री ठिकानों पर हमला किया।
लाहौर और गुंजरावाला के सर्विलेंस राडार ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद उनके ड्रोन अटैक सुबह तक जारी रहे, जिसका हमने जवाब दिया। हमने उसी रात उनके लाहौर और गुजरांवाला स्थित रडार सिस्टम को निशाना बनाया। हमने उन्हें बता दिया कि उनके मिलिट्री ठिकाने हमारी पहुंच से दूर नहीं थे।
पाक ने सिविलियंस को निशाना बनाया
एयरमार्शल भारती ने बताया कि 7 मई शाम को यूएवी और ड्रोन से पाकिस्तान ने हमला किया। हमने उनके आंतकवादियों को निशाना बनाया। उन्होंने मिलिट्री इन्फ्रास्ट्रक्चर और नागरिकों को निशाना बनाया।
हमने मुरीदके के आतंकी शिविर के बाद बहावलपुर ट्रेनिंग कैंप को चुना, जहां आतंकवाद को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया जा सकता था। इन 2 टेररिस्ट कैंप को हमने टारगेट बनाया और इन्हें तबाह किया। हमने एयर टू सरफेस तरीके से इन्हें टारगेट किया ताकि कोलैटरल डैमेज को कम किया जा सके।