नैनीताल, उत्तराखंड की खूबसूरत पहाड़ी नगरी, जल्द ही बच्चों की प्रतिभा का एक नया केंद्र बनने जा रही है। युगमंच और शारदा संघ द्वारा आयोजित आगामी 26 जून 2024 से शुरू होने वाली बाल नाट्य कार्यशाला न केवल कला जगत में एक नई पहल है, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रसिद्ध रंगकर्मी जहूर आलम के अनुसार, “यह कार्यशाला बच्चों के आंतरिक व्यक्तित्व को निखारने का एक अनूठा प्रयास है। हमारा लक्ष्य केवल कलाकार तैयार करना नहीं, बल्कि संवेदनशील और सृजनशील नागरिक बनाना है।” कार्यशाला का उद्देश्य बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास के साथ-साथ उनकी कल्पनाशीलता और रचनात्मकता को बढ़ावा देना है।
प्रतिभागियों को योग, एरोबिक्स, आवाज और वाक् कौशल, संगीत, नृत्य और अभिनय जैसी विभिन्न कलाओं की बारीकियों से अवगत कराया जाएगा। यह कार्यशाला बच्चों को कला के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराने के साथ-साथ उनके समग्र विकास पर भी ध्यान केंद्रित करेगी।
यह पहल न केवल नैनीताल, बल्कि पूरे उत्तराखंड और देश के लिए एक मॉडल बन सकती है। ऐसे कार्यक्रम बच्चों को अपनी छिपी हुई प्रतिभाओं को पहचानने और विकसित करने का अवसर प्रदान करते हैं। यह भविष्य में कला और संस्कृति के क्षेत्र में नए प्रतिभाशाली व्यक्तियों के उदय का मार्ग प्रशस्त कर सकता है।