उत्तराखंड के कुमाऊं और गढ़वाल मंडल विकास निगम के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर एक अनूठा आंदोलन शुरू किया है। संयुक्त कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश गुरु रानी के अनुसार, कर्मचारियों का धरना देहरादून के एकता बिहार में 34वें दिन भी जारी रहा। इस आंदोलन की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि कर्मचारियों ने अपनी मांगों के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी है। 28 जुलाई से 5 अगस्त तक चले पौधारोपण अभियान में कर्मचारियों ने पूरे उत्तराखंड में 5,000 से अधिक विभिन्न प्रजातियों के पौधे लगाए। इसके साथ ही उन्होंने अपने कार्यस्थलों पर व्यापक स्तर पर सफाई अभियान भी चलाया।
कर्मचारियों की मुख्य मांग उनका नियमितीकरण है, जिसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री को विभिन्न माध्यमों से ज्ञापन भेजे हैं। गुरु रानी ने बताया कि यह आंदोलन गांधीवादी तरीके से चलाया जा रहा है, जिसमें कर्मचारी अपने नियमित कार्य भी करते रहे हैं, ताकि आम जनता या पर्यटकों को कोई असुविधा न हो। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि कर्मचारियों ने 1,000 फीट से लेकर 15,000 फीट की ऊंचाई तक पौधारोपण और सफाई कार्यक्रम चलाए हैं, जो राज्य के लिए एक मिसाल है।
आगे की योजनाओं के बारे में बताते हुए गुरु रानी ने कहा कि 6 अगस्त से 15 अगस्त तक दूसरे चरण में 10,000 पौधों के रोपण का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही, वे मुख्यमंत्री को पौधारोपण कार्यक्रम के साथ ज्ञापन भेजने की योजना बना रहे हैं। उन्होंने इस अनूठे आंदोलन को राज्य के लिए एक मिसाल बताया और सरकार से कर्मचारियों की मांगों पर विचार करने का आग्रह किया। गुरु रानी ने यह भी कहा कि यह संगठन राज्य में अकेला ऐसा समूह है जो अपनी मांगों के लिए सरकार के साथ सहयोगात्मक रवैया अपनाते हुए पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान दे रहा है। अंत में, उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने में योगदान देने वाले कुमाऊं और गढ़वाल मंडल विकास निगम के विभिन्न पदाधिकारियों की सराहना की।