शिक्षक दिवस विशेष : शिक्षा के प्रति समर्पण हरीश सिंह, रिटायरमेंट के बाद भी बच्चों को देते हैं निशुल्क शिक्षा

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नैनीताल। नैनीताल निवासी 72 वर्षीय हरीश सिंह भैसौड़ा कई वर्षों से बच्चों को निस्वार्थ भाव से पढ़ा रहे हैं। वह इससे पूर्व शिक्षक रह चुके हैं और रिटायरमेंट के बाद से वह बच्चों को निशुल्क रूप से ट्यूशन पढ़ाते हैं और भविष्य के लिए गाइड भी करते हैं। उनके पढ़ाई कई बच्चे विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। और शिक्षा के क्षेत्र में रुचि होने के चलते वह एयरफोर्स की नौकरी छोड़कर शिक्षक बने। 

बातचीत के दौरान हरीश सिंह भैसोड़ा ने बताया कि वह मूल रूप से सोमेश्वर अल्मोड़ा के निवासी हैं। उनकी इंटर तक की शिक्षा राजकीय इंटर कॉलेज कौसानी में संपन्न हुई जिसके बाद उन्होंने अल्मोड़ा कॉलेज से बीएससी की पढ़ाई पूरी की और फिर पीएसपी कॉलेज नैनीताल से गणित में स्नातकोत्तर की पढ़ाई पूरी की इसके बाद 3 साल उन्होंने एयरफोर्स में नौकरी की और वहां मन ना लगने के कारण इस्तीफा देकर डीएसबी परिसर नैनीताल से गणित में स्नातकोत्तर किया और फिर 1978 में रामपुर से सीपीईडी किया।
1979 से 1988 तक उन्होंने राजकीय इंटर कॉलेज बाड़ीछीना अल्मोड़ा में शिक्षक के रूप में कार्य किया। उसके बाद वर्ष 1989 से 91 तक राजकीय इंटर कॉलेज बगड़ में शिक्षक के रूप में तैनात रही और फिर 1992 से 2013 तक जीआईसी नैनीताल में बतौर शिक्षक कार्य किया।
वर्ष 2013 में रिटायरमेंट के बाद से वह बच्चों को मुफ्त में ट्यूशन पढ़ाते हैं और उनके भविष्य के लिए गाइड भी करते हैं। उन्होंने बताया कि उनके पढ़ाए  हुए बच्चे डॉक्टर, इंजीनियर से लेकर आर्मी और पुलिस के क्षेत्र में भी कार्य कर रहे हैं।
कक्षा 10 तक के बच्चों को गणित भौतिकी और रसायन विज्ञान पढ़ते हैं। कक्षा 12 तक के बच्चों को गणित और भौतिकी पढ़ते हैं और साथ ही आर्मी और पुलिस में जाने के इच्छुक बच्चों को रिटर्न परीक्षा के लिए गाइड भी करते हैं। वह अपने घर पर ही बच्चों को पढ़ते हैं।
उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य धन कमाना नहीं बल्कि बच्चों को कुछ देना है। जिसके लिए वह जब तक संभव हो सकेगा प्रयासरत रहेंगे।

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